एजुकेशन विजय, रीवा, 03 मार्च । माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा में शिक्षा अधिकारियों का निरीक्षण शहर के इर्द-गिर्द स्थित परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण तक सीमित रह गया है। बोर्ड परीक्षा के शुरुआती तीन दिनों की स्थिति कुछ ऐसी ही है। जिले के दूर-दराज स्थिति परीक्षा केंद्रों पर अधिकारियों ने अभी तक निरीक्षण करने की जरूरत नहीं समझी है। संवेदनशील व अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों को भी अधिकारियों ने नजरअंदाज कर दिया है।
तीन दिनों की बोर्ड परीक्षा में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण व जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य शिक्षा अधिकारियों ने जवा, त्योंथर, चाकघाट, मऊगंज व हनुमना स्थित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने नहीं पहुंचे हैं। शहर से दूर स्थित गढ़, गंगेव व नईगढ़ी के परीक्षा केंद्रों का भी निरीक्षण नहीं किया जा सका है। जबकि इन क्षेत्रों के दो दर्जन से अधिक परीक्षा केंद्र संवेदनशील व अतिसंवेदनशील घोषित किए गए हैं। शिक्षा अधिकारियों के साथ कलेक्टर द्वारा नियुक्त किए गए प्रेक्षक भी अभी तक परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण में नहीं निकले हैं।
शिक्षा अधिकारी व कलेक्टर पैनल में शामिल अधिकारी बोर्ड की मुख्य परीक्षाओं का इंतजार कर रहे हैं। वैसे तो शिक्षा अधिकारी परीक्षा में ऑल इज वेल का हवाला दे रहे हैं। लेकिन तीन दिनों की परीक्षा में कोई भी नकलची का नहीं पकड़ा जाना निरीक्षण में अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा माना जा रहा है। तीन दिनों की परीक्षा में निरीक्षण के लिए निकले डीईओ रवि सिंह बघेल केवल उन केंद्रों पहुंचे हैं, जो शहर से अधिक 35 किलोमीटर की दूरी पर हैं। पहले दिन उन्होंने बीएनपी मेमोरियल हायर सेकेंड्री स्कूल रीवा, शासकीय संभागीय ज्ञानोदय उमावि रीवा, शाउमावि क्रमांक दो रीवा, शाउमावि सिलपरा, शासकीय पुष्पराज उमावि गोविंदगढ़ व शास. कन्या उमावि गोविंदगढ़ का निरीक्षण किया। दूसरे दिन सिरमौर पहुंचे और वहां सिद्धार्थ आदर्श हाईस्कूल सिरमौर, सरस्वती शिशु मंदिर उमावि सिरमौर, शासकीय कन्या उमावि सिरमौर, शासकीय बालक उमावि सिरमौर, सरस्वती उमावि बैकुंठपुर का निरीक्षण किया।
तीसरे दिन डीईओ शहर तक ही सीमित रहे। उन्होंने केवल मॉडल स्कूल, शाउमावि मार्तण्ड दो व शाउमावि मार्तण्ड तीन का निरीक्षण किया। संयुक्त संचालक का जिले में निरीक्षण केवल शहर तक ही सीमित रहा है। दूसरे दिन उन्होंने शाउमावि मार्तण्ड दो व शाउमावि मार्तण्ड तीन का निरीक्षण किया। इसी प्रकार उप संचालक नीरव दीक्षित भी केवल शासकीय बालक उमावि गोविंदगढ़ व शासकीय कन्या उमावि गोविंदगढ़ का निरीक्षण कर सके हैं।
तीन दिनों की बोर्ड परीक्षा में संयुक्त संचालक लोक शिक्षण व जिला शिक्षा अधिकारी सहित अन्य शिक्षा अधिकारियों ने जवा, त्योंथर, चाकघाट, मऊगंज व हनुमना स्थित परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने नहीं पहुंचे हैं। शहर से दूर स्थित गढ़, गंगेव व नईगढ़ी के परीक्षा केंद्रों का भी निरीक्षण नहीं किया जा सका है। जबकि इन क्षेत्रों के दो दर्जन से अधिक परीक्षा केंद्र संवेदनशील व अतिसंवेदनशील घोषित किए गए हैं। शिक्षा अधिकारियों के साथ कलेक्टर द्वारा नियुक्त किए गए प्रेक्षक भी अभी तक परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण में नहीं निकले हैं।
शिक्षा अधिकारी व कलेक्टर पैनल में शामिल अधिकारी बोर्ड की मुख्य परीक्षाओं का इंतजार कर रहे हैं। वैसे तो शिक्षा अधिकारी परीक्षा में ऑल इज वेल का हवाला दे रहे हैं। लेकिन तीन दिनों की परीक्षा में कोई भी नकलची का नहीं पकड़ा जाना निरीक्षण में अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा माना जा रहा है। तीन दिनों की परीक्षा में निरीक्षण के लिए निकले डीईओ रवि सिंह बघेल केवल उन केंद्रों पहुंचे हैं, जो शहर से अधिक 35 किलोमीटर की दूरी पर हैं। पहले दिन उन्होंने बीएनपी मेमोरियल हायर सेकेंड्री स्कूल रीवा, शासकीय संभागीय ज्ञानोदय उमावि रीवा, शाउमावि क्रमांक दो रीवा, शाउमावि सिलपरा, शासकीय पुष्पराज उमावि गोविंदगढ़ व शास. कन्या उमावि गोविंदगढ़ का निरीक्षण किया। दूसरे दिन सिरमौर पहुंचे और वहां सिद्धार्थ आदर्श हाईस्कूल सिरमौर, सरस्वती शिशु मंदिर उमावि सिरमौर, शासकीय कन्या उमावि सिरमौर, शासकीय बालक उमावि सिरमौर, सरस्वती उमावि बैकुंठपुर का निरीक्षण किया।
तीसरे दिन डीईओ शहर तक ही सीमित रहे। उन्होंने केवल मॉडल स्कूल, शाउमावि मार्तण्ड दो व शाउमावि मार्तण्ड तीन का निरीक्षण किया। संयुक्त संचालक का जिले में निरीक्षण केवल शहर तक ही सीमित रहा है। दूसरे दिन उन्होंने शाउमावि मार्तण्ड दो व शाउमावि मार्तण्ड तीन का निरीक्षण किया। इसी प्रकार उप संचालक नीरव दीक्षित भी केवल शासकीय बालक उमावि गोविंदगढ़ व शासकीय कन्या उमावि गोविंदगढ़ का निरीक्षण कर सके हैं।
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