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Monday, 28 March 2016

हरियाणा राजकीय अध्यापक कल्याण संघ का 40वां अधिवेशन सम्पन्न

एजुकेशन विजय, चंडीगढ, 27 मार्च। हरियाणा राजकीय अध्यापक कल्याण संघ का 40वां वार्षिक अधिवेशन सर छोटूराम धर्मशाला में सम्पन्न हुआ। अधिवेशन की अध्यक्षता संघ के मुख्य संरक्षक देवराज नान्दल ने की तथा अधिवेशन के मुख्य अतिथि जिला परिषद रोहतक के अध्यक्ष बलराज कुंडू के प्रतिनिधि के रूप में राजेन्द्र पन्नू रहे और सैंकड़ों संघ के कार्यकत्र्ताओं ने भाग लिया। अधिवेशन का शुभारम्भ शीशपाल शास्त्री ने वेद मंत्रों के उच्चारण के साथ किया तथा शिक्षकों का आह्वान किया कि अध्यापक देशभक्त तथा संस्कारिक नागरिकों का निर्माण करें। आज के मुख्य अतिथि राजेन्द्र सिंह ने अध्यापकों को विश्वास दिलाया कि शिक्षा उत्थान तथा शिक्षक कल्याण के लिए जिला परिषद् के अध्यक्ष बलराज कुंडू संघ का पूरा-पूरा साथ देंगे और मुख्यमंत्री तथा शिक्षा मंत्री तक संघ की मांगों को रखेंगे और शिष्टमंडल को उनसे बातचीत करायेंगे। उन्होंने आगे कहा कि मैं भी एक अध्यापक का बेटा हूं और अध्यापकों की समस्याओं को अच्छी तरह समझता हूं। जिला परिषद् चेयरमैन को चंडीगढ़ में जाट आरक्षण की बैठक में जाना पड़ गया इसलिए उन्होंने मुझे अधिवेशन में अपना प्रतिनिधि भेजा है।
संघ के महासचिव कर्मवीर सिंह ने शिक्षकों का आह्वान किया कि सरकार की कमियों के बावजूद शिक्षण कार्यों में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए क्योंकि स्कूलों में विद्यार्थी अध्यापक को भगवान से बड़ा मानते हैं। संघ के पूर्व प्रधान ईश्वर शास्त्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति उच्च आदर्शों की संस्कृति है। शिक्षकों ने कूट-कूट कर छात्रों में नैतिक गुण तथा देशप्रेम की भावना पैदा करनी चाहिए। प्राचार्य जितेन्द्र खत्री ने कहा कि अध्यापक कल्याण संघ शिक्षा उत्थान तथा शिक्षक कल्याण का मुद्दा बड़े जोर-शोर से उठा रहा है। हमें संघ को मजबूत बनाने में पूरा सहयोग करना चाहिए।संघ के मुख्य संरक्षक देवराज नान्दल ने आये हुए शिक्षकों तथा अतिथियों का धन्यवाद करते हुए एक वर्ष के लिए संघ की नई कार्यकारिणी के चुनाव का प्रस्ताव रखा तो अधिवेशन में उपस्थित सभी सदस्यों ने वर्तमान कार्यकारिणी को एक वर्ष के लिए सर्वसम्मति से चुना गया। संघ के प्रांतीय प्रधान जितेन्द्र राठी, महासचिव कर्मवीर सिंह, कार्यवाहक प्रधान शमशेर सिंह सिवाच, उपाध्यक्ष मनोज यादव और कोषाध्यक्ष कर्णबीर बडक़ को मजबूत कार्यकारिणी बनाने का अधिकार दिया गया। पूरे प्रदेश की कार्यकारिणी की घोषणा 9 अप्रैल को मानसरोवर पार्क रोहतक की बैठक में की जायेगी।आज की बैठक में अधिकांश वक्ताओं ने पियन से लेकर स्कूल मुखिया तक सभी रिक्त पदों को भरने की मांग की और 9455 चयनित जेबीटी अध्यापकों को स्कूलों में कार्यग्रहण करना तथा अतिथि अध्यापकों को नियमित करना, ढीली प्रमोशन प्रक्रिया को तेज करना तथा प्राईमरी स्कूल मुखिया, मिडल मुख्याध्यापक, उच्च स्कूलों के मुख्य अध्यापक तथा टीजीटी से प्रवक्ता पद पर शीघ्र प्रमोशन, स्कूल प्रवक्ता से वरिष्ठ माध्यमिक प्रिंसिपल तथा प्राचार्य से खण्ड शिक्षा अधिकारी की पदोन्नति शीघ्र करना और टीजीटी प्रमोशन की 2012 की अव्यवहारिक प्रमोशन नीति को तुरन्त समाप्त करना, पारदर्शी स्थानान्तरण नीति बनाना, सेवानिवृत्त अध्यापकों को पंजाब की तर्ज पर हर पांच वर्ष के बाद पेन्शन बढ़ाना आदि प्रमुख मांगे रही। संघ ने निर्णय लिया है कि सरकार अप्रैल महीने में बातचीत करके अध्यापकों की समस्याओं का निराकरण करे। वर्ना मई महीने में मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को संघ की ओर से रोष ज्ञान देंगे। प्रांतीय प्रधान जितेन्द्र राठी तथा संघ के अन्य पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथि राजेन्द्र सिंह पन्नू तथा संघ की संरक्षक रामरती देवी को संघ का स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया।आज के अधिवेशन में मुख्य अध्यापक ईश्वर सिंह सैनी, मनोज यादव, महेश वर्मा, सुरेन्द्र ग्रेवाल, ईश्वर शास्त्री, चांद सिंह अहलावत, सूरत सिंह मलिक, शमशेर सिंह, जितेन्द्र खत्री, बिन्द्रा देवी, सन्तोष, बिमला देवी, धनपति हुड्डा, रामरती देवी, चन्द्रभान शर्मा, हरिपाल खर्ब, के.एल. निझावन, डा. रूपेश श्योराण, जगदीश देशवाल, विरेन्द्र गुलिया, करतार सिंह नान्दल, जयभगवान शर्मा, जोगेन्द्र, भूपेन्द्र रोज, ऋषिपाल हुड्डा, प्रवीन्द्र सांगवान, विरेन्द्र आर्य, सत्यनारायण शास्त्री, प्रदीप रोज, बिजेन्द्र, अजय, महेन्द्र सिंह हुड्डा, नरेश, सत्यपाल शास्त्री आदि ने मुख्य रूप से सम्बोधित किया। इसके अलावा सैंकडों कार्यकत्र्ताओं ने अधिवेशन में भाग लिया तथा शिक्षा सुधार में सहयोग किया।

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