एजुकेशन विजय, लखनऊ,19 मार्च। लखनऊ विवि में हाल ही में कैलाश की पूर्व प्रोवोस्ट प्रो. शीला मिश्रा के छात्रावास से निकाले जाने का हिंसक विरोध करने वाले करने वाले उपद्रवी छात्रों को उनके हॉस्टलों से हाथ धोना पड़ेगा। सूत्रों के अनुसार लविवि प्रशासन की ओर से ऐसे उपद्रवी छात्रों की संख्या पता कर उनकी सूची तैयार की जा रही है जो मौजूदा समय में हॉस्टल की सुविधा पा रहे हैं और पूर्व में जिनकी पुष्टि पुलिस प्रशासन की ओर से कैलाश छात्रावास की हिंसा में शामिल होने को लेकर की गई है। बताते चलें कि कैलाश की कुछ छात्राओं की ओर से पत्र द्वारा साक्ष्य भेजकर कैलाश की पूर्व प्रोवोस्ट के ऊपर कई संगीन आरोप लगाए गए थे। जिसके बाद कुलपति की ओर से इस मामले को लेकर एक जांच कमेटी गठित कर पूर्व प्रोवोस्ट को हॉस्टल छोडने के निर्देश दिए गए थे। जिसके जवाब में उन्होंने छात्राओं के साथ न केवल प्रदर्शन किया बल्कि इस दौरान कई छात्रों ने जमकर तोडफोड़ और आगजनी भी की। इसको लेकर पुलिस की ओर से कई धाराओं में मुकदमें दर्ज कर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।
लविवि की कुलानुशासक प्रो. निशी पांडेय के अनुसार हमारी प्राथमिकता में उन छात्राओं की सुरक्षा सर्वोपरि है जो इस पूरे हादसे के बाद बेहद खौफजदा हैं। गौरतलब है कि पूर्व प्रोवोस्ट के जाने के बाद से लगातार कैलाश की कई छात्राओं ने कुलानुशासक से मिल कर खुद को मिल रही धमकियों और प्रताडनाओं के बाबत शिकायत दर्ज कराई है।
एलीट सुरक्षा के हवाले होगा न्यू कैंपस
आने वाले दिनों में अगर कुलपति की ओर से हरी झंडी मिल गई तो लविवि का न्यू कैंपस आधुनिक व एलीट सुरक्षाकर्मियों से लैस नजर आएगा। निजी सुरक्षा कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराई गई चाकचैबंद सुरक्षाकर्मियों की फौज ट्रायल के आधार पर एक माह के लिए आगामी एक अप्रैल के बाद कुलपति द्वारा सहमति मिलने के बाद अपनी सुरक्षा उपलब्ध कराएंगी. लविवि कुलानुशासक ने बताया कि इसको लेकर दो निजी सुरक्षा कंपनियों ने अपनी सेवाएं देने को आवेदन भेजे हैं। जिन्हें कुलपति द्वारा सहमति मिलने के बाद ही ट्रायल के आधार पर न्यू कैंपस में सुरक्षा के लिए लगाया जाएगा। कुलानुशासक के अनुसार अगर यह निजी सुरक्षा हमारे बजट के अनुरूप हुई तो बेशक इसकी सुविधा लेने में कोई हर्ज नहीं है. उन्होंने बताया कि निजी एजेंसी की ओर से मांग के अनुरूप हथियारबंद व साधारण दोनों तरह के सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए जाने की बात कही गई है।
लविवि की कुलानुशासक प्रो. निशी पांडेय के अनुसार हमारी प्राथमिकता में उन छात्राओं की सुरक्षा सर्वोपरि है जो इस पूरे हादसे के बाद बेहद खौफजदा हैं। गौरतलब है कि पूर्व प्रोवोस्ट के जाने के बाद से लगातार कैलाश की कई छात्राओं ने कुलानुशासक से मिल कर खुद को मिल रही धमकियों और प्रताडनाओं के बाबत शिकायत दर्ज कराई है।
एलीट सुरक्षा के हवाले होगा न्यू कैंपस
आने वाले दिनों में अगर कुलपति की ओर से हरी झंडी मिल गई तो लविवि का न्यू कैंपस आधुनिक व एलीट सुरक्षाकर्मियों से लैस नजर आएगा। निजी सुरक्षा कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराई गई चाकचैबंद सुरक्षाकर्मियों की फौज ट्रायल के आधार पर एक माह के लिए आगामी एक अप्रैल के बाद कुलपति द्वारा सहमति मिलने के बाद अपनी सुरक्षा उपलब्ध कराएंगी. लविवि कुलानुशासक ने बताया कि इसको लेकर दो निजी सुरक्षा कंपनियों ने अपनी सेवाएं देने को आवेदन भेजे हैं। जिन्हें कुलपति द्वारा सहमति मिलने के बाद ही ट्रायल के आधार पर न्यू कैंपस में सुरक्षा के लिए लगाया जाएगा। कुलानुशासक के अनुसार अगर यह निजी सुरक्षा हमारे बजट के अनुरूप हुई तो बेशक इसकी सुविधा लेने में कोई हर्ज नहीं है. उन्होंने बताया कि निजी एजेंसी की ओर से मांग के अनुरूप हथियारबंद व साधारण दोनों तरह के सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराए जाने की बात कही गई है।
0 comments:
Post a Comment