एजुकेशन विजय, इलाहाबाद, 19 मार्च । गणित का अध्ययन व्यक्ति में विशिष्ट क्षमताओं का विकास करता है, ये क्षमताएं तार्किक सोच, समस्या, समाधान, कौशल तथा अमूर्त में विचार करने की दक्षता है। जैसे-जैसे लगातार गणित का अध्ययन करते जाते हैं वैसे-वैसे हमारी बुद्धि अधिक तीक्षण होती जाती है, जिससे हम किसी भी विषय पर गहराई तथा गंभीरता से विचार कर सकते हैं।
उक्त बातें राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) इलाहाबाद के निदेशक संजय सिन्हा ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के गणित शिक्षकों के प्रशिक्षण के पांचवें फेरे के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किया। उन्होने आगे कहा कि यही कारण है कि आज रोजगार देने वाली संस्थाओं में गणित के जानकारो की मांग बढ़ी है। प्रतियोगितापूर्ण वातावरण में व्यवसायिक संस्थान जटिल बहुआयामी समस्याओं के समाधान के लिये कुशल अभिकर्मियों की खोज करते रहते हैं। इस दौरान संस्थान के डा. अमित खन्ना, प्रवक्ता वित्त पवन सावंत ने भी अपने विचार रखे। प्रशिक्षण में लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, कौशाम्बी, महोबा, अमरोहा, मऊ, लखनऊ, जौनपुर, कन्नौज, जालौन, मथुरा, हाथरस, झाँसी, ललितपुर, महराजगंज, कासगंज एवं मैनपुरी के लगभग 130 शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्यवयन तथा संचालन प्रभात मिश्रा ने किया।
उक्त बातें राज्य शैक्षिक प्रबन्धन एवं प्रशिक्षण संस्थान (सीमैट) इलाहाबाद के निदेशक संजय सिन्हा ने कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के गणित शिक्षकों के प्रशिक्षण के पांचवें फेरे के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त किया। उन्होने आगे कहा कि यही कारण है कि आज रोजगार देने वाली संस्थाओं में गणित के जानकारो की मांग बढ़ी है। प्रतियोगितापूर्ण वातावरण में व्यवसायिक संस्थान जटिल बहुआयामी समस्याओं के समाधान के लिये कुशल अभिकर्मियों की खोज करते रहते हैं। इस दौरान संस्थान के डा. अमित खन्ना, प्रवक्ता वित्त पवन सावंत ने भी अपने विचार रखे। प्रशिक्षण में लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, कौशाम्बी, महोबा, अमरोहा, मऊ, लखनऊ, जौनपुर, कन्नौज, जालौन, मथुरा, हाथरस, झाँसी, ललितपुर, महराजगंज, कासगंज एवं मैनपुरी के लगभग 130 शिक्षक शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्यवयन तथा संचालन प्रभात मिश्रा ने किया।
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