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Saturday, 12 March 2016

निजी विद्यालय से 200 मूल्यांकनकर्ता

एजुकेशन विजय,रीवा, 12 मार्च। बोर्ड परीक्षा के उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य निजी विद्यालयों के शिक्षकों के भरोसे पूरा होगा। मूल्यांकन के बावत तैयार की गई मूल्यांकन कर्ताओं की सूची में आधे से अधिक शिक्षक निजी विद्यालयों से ही हैं। इन सभी को माध्यमिक शिक्षा मंडल से जारी आदेश के मद्देनजर सूची में शामिल किया गया है।मूल्यांकन केंद्र के अधिकारियों की माने तो पहले चरण में उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए तीन सौ मूल्यांकनकर्ताओं को लगाया जाएगा। इनमें से तकरीबन 200 शिक्षक निजी विद्यालयों से हैं। केंद्र अधिकारी के मुताबिक अंग्रेजी व हिन्दी विषयों की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन इनके बिना संभव नहीं है। शासकीय विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या कम है और वे बोर्ड परीक्षा में भी कार्य कर रहे हैं। इसलिए निजी स्कूल के शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में लगाया जा रहा है।
वैसे तो मंडल मुख्यालय ने प्रथम चरण में उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 18  मार्च से शुरू करने का निर्देश जारी किया हंै। लेकिन यहां उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 20 मार्च से शुरू हो पाएगा। मूल्यांकन केंद्र अधिकारी आरएन पीड़िहा के मुताबिक, मूल्यांकन के अब तक बोर्ड परीक्षा की कापियां नहीं पहुंची हैं। उन्होंने उम्मीद जताई? है कि मूल्यांकन के बावत 18 मार्च तक उत्तरपुस्तिकाएं यहां पहुंच सकती हैं।

 ब्लैकलिस्टेड सूची से बाहर
मूल्यांकनकर्ताओं की सूची से दो प्राचार्य सहित एक व्याख्याता को बाहर कर दिया गया है।ये तीनों मंडल द्वारा अभी हाल में जारी की गई ब्लैकलिस्टेड मूल्यांकनकर्ताओं की सूची में शामिल हैं।उनको मंडल के किसी भी कार्य में शामिल नहीं किए जाने का निर्देश है। इसलिए उन्हें प्रायोगात्मक परीक्षा के बावत निर्धारित परीक्षक की सूची से भी बाहर किया गया है।गौरतलब है कि ब्लैकलिस्टेड होने वालों की सूची में शाउमा कन्या विद्यालय बैकुंठपुर के प्राचार्य रामराज मिश्रा, शाउमावि गुढ़ प्राचार्य जेपी जायसवाल व शाउमा उत्कृष्ट विद्यालय गंगेव के व्याख्याता सुभाष चंद्र त्रिपाठी शामिल हैं।
 

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