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Monday 28 March 2016

छात्रों का भविष्य तय होने में आ रहीं अड़चनें

एजुकेशन विजय, रीवा, 27 मार्च। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के योग शिक्षा पाठ्यक्रम के उन छात्रों को कुलपति दरबार से भी राहत नहीं मिल पाई है, जिनका प्रवेश निरस्त कर दिया गया है। कुलपति प्रो. केएन सिंह यादव के आश्वासन के बाद भी छात्रों का प्रवेश बहाल नहीं हुआ है। नतीजा छात्र बहाल होने के लिए कुलपति और विभागाध्यक्ष का चक्कर लगाने को मजबूर हैं। निरस्त प्रवेश को बहाल करने कुलपति की ओर से छात्रों को विभागाध्यक्ष से मिलने की नसीहत दी गई। लेकिन मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. एके श्रीवास्तव ने हाथ खड़े कर दिए हैं। छात्रों के मुताबिक विभागाध्यक्ष की दलील है कि निरस्त प्रवेश को बहाल करने कुलपति के अधिकार क्षेत्र में है।
कुलपति और विभागाध्यक्ष का छात्रों के प्रति यह रुख छात्रों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। गौरतलब है कि योग शिक्षा पाठ्यक्रम मनोविज्ञान विभाग द्वारा संचालित किया जा रहा है। छात्रों ने प्रवेश बहाल करने की मांग को लेकर एक बार फिर से कुलपति से मिलने का निर्णय लिया है। छात्रों के मुताबिक वे सोमवार को सामूहिक रूप से कुलपति से मुलाकात कर गुहार लगाएंगे। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो प्रशासनिक भवन के समक्ष धरने पर बैठेंगे। कक्षा में अनुपस्थित रहने के चलते विवि प्रशासन ने योग शिक्षा के डिप्लोमा पाठ्यक्रम के 30 छात्रों का प्रवेश निरस्त कर दिया है। विवि अधिकारियों का इन छात्रों की अपील के प्रति उदासीन रवैया उनकी बेचैनी बढ़ा रहा है। वजह यह है कि योग शिक्षा के एक वर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम की परीक्षा जून में प्रस्तावित है। छात्रों का जल्द ही प्रवेश बहाल नहीं किया गया तो उनके द्वारा कक्षा में 75 फीसदी उपस्थिति देना मुश्किल हो जाएगा।कक्षा में न्यूनतम 75 फीसदी उपस्थिति न होने की स्थिति में छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। इस स्थिति में उनका पूरा एक वर्ष और प्रवेश शुल्क दोनों ही बेकार होगा जाएगा।

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