Random Posts

This is default featured slide 1 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

This is default featured slide 2 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

This is default featured slide 3 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

This is default featured slide 4 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

This is default featured slide 5 title

Go to Blogger edit html and find these sentences.Now replace these sentences with your own descriptions.

Showing posts with label दिशा-निर्देशक. Show all posts
Showing posts with label दिशा-निर्देशक. Show all posts

Saturday, 20 February 2016

शिक्षा के साथ जरूरी है सही मार्गदर्शन- रेनू कुमरा, शिक्षक

नवीन कुमार
एजुकेशन विजय, नई दिल्ली। समय के साथ जीवन में शिक्षा का महत्व इतना ज्यादा बढ़ता जा रहा है, आज हर बच्चे की जरूरत है एक दिशा और एक दिशा-निर्देशक। ऐसे में अगर आपका शिक्षक या शिक्षण संस्थान ही आपका दिशा-निर्देशक बन जाए तो इससे बेहतर और क्या होगा। कुछ इसी तरह से बच्चों का मार्ग दर्शन कर उन्हें उनका जीवनमार्ग दिखाने का काम कर रहा है दिल्ली के GTB नगर का RKC संस्थान। संस्था की डायरेक्टर रेनू कुमरा ने एजुकेशन विजय से बात चीत के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया।
शिक्षा के क्षेत्र में 12 सालों के लंबे अनुभव के बाद रेनू ने 6 साल पहले RKC संस्थान की स्थापना कर बच्चों को शिक्षा देने का फैसला किया। अब तक उनके संस्थान से 1000 से भी अधिक छात्र पढ़ चुके हैं।
आपको बताते हैं इस बातचीत के कुछ खास अंश...
उनका कहना है कि आज के इस प्रतियोगिता के दौर में विद्यार्थी जीवन में आपका शिक्षण संस्थान बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शिक्षा केंद्र का माहौल और परिवेश आपकी पढ़ाई पर काफी असर डालते हैं।
उनका कहना है कि आज कल निजी शिक्षण संस्थान पैसों के लालच में बच्चों से लुभावने वादे कर देते हैं और जबकि हकीकत में संस्थान में वो सुविधाएं नहीं दी जातीं है। जिसके चलते बच्चे तकनीकी ज्ञान से वंचित रह जाते हैं और बच्चों का मनोबल कम हो जाता है। लेकिन हमारी संस्था बच्चों को सही दिशा दिखाने में और उनके सपनो को पूरा करने में पूरी मदद करती है ताकि जो भी बच्चा संस्था से बाहर निकले वो इस प्रतियोगिता के दौर में किसी से पीछे न रह जाये। उन्होंने कहा कि जब यहां के किसी छात्र को कहीं सफलता मिलती है तो बेहद खुशी मिलती है।

अंत में उन्होंने कहा कि आज युवाओं के लिए सही मार्गदर्शन भी उतना ही जरूरी है जितनी की शिक्षा।