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Monday, 11 April 2016

प्राथमिक शिक्षक भर्ती आवेदक शिक्षा निदेशालय का करेंगें घेराव

एजुकेशन विजय,इलाहाबाद, 11 अप्रैल। प्राथमिक शिक्षक भर्ती में सुप्रीम कोर्ट में याची बने हजारों टीईटी पास आवेदकों ने अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर 12 अप्रैल को इलाहाबाद में शिक्षा निदेशालय के घेराव का ऐलान किया है। आवेदक शिक्षा निदेशालय का घेराव करेंगे, बेसिक शिक्षा सचिव को ज्ञापन देंगे और मुख्यमंत्री को सामूहिक हस्ताक्षर के साथ अपनी नियुक्ति की मांग का पत्र भेंजेंगे।प्रदेश में चार साल से लंबित प्राथमिक शिक्षक भर्ती को पूरा करने के लिये ये आवेदक सुप्रीम कोर्ट में याची बने हैं। इनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने 07 दिसम्बर 2015 में समस्त पात्र याची अभ्यर्थियों को नियुक्ति का आदेश दिया था। लेकिन सरकार ने इन याचियों के अनशन और सड़क पर संघर्ष के बाद ही इन्हें नियुक्ति दी थी। इसके पश्चात् प्रदेश भर से लगभग 30 हजार टीईटी पास आवेदकों ने भी अपनी नियुक्ति की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका डाली। 24 फरवरी 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने पिछले आदेशानुसार इन नए याचियों की नियुक्ति पर भी विचार करने का राज्य सरकार को आदेश दिया है। याचियों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में राज्य सरकार हमें भी तदर्थ नियुक्ति प्रदान कर सकती है, लेकिन राज्य सरकार ने हमारी नियुक्ति को लेकर अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। अतः हम नियुक्ति पाने हेतु सड़क पर उतरने को मजबूर हो गए हैं।आवेदकों का कहना है कि प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 लागू है तथा शिक्षा का अधिकार मूल अधिकार है। अतः प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक का कोई भी पद किसी भी हालत में रिक्त नहीं रहना चाहिये। इसके बावजूद प्रदेश में प्राथमिक शिक्षकों के लगभग चार लाख पद रिक्त हैं और प्रदेश के टीईटी पास आवेदक चार साल से प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्ति के लिये संघर्ष कर रहे हैं। आवेदकों का कहना है कि प्रदेश सरकार बी.एड टीईटी पास योग्य अभ्यर्थियों के साथ सौतेला बर्ताव कर रही है। अतः अब हम प्रदेश के समस्त बी.एड टीईटी पास अभ्यर्थी लामबंद होकर अपनी मांग को लेकर सड़क पर उतरने को बाध्य हैं। याचियों का नेतृत्व कर रहे लोगों में वाराणसी से सूरज शुक्ला, गोरखपुर से त्रिपुरेश पाण्डेय, बाराबंकी से यज्ञदत्त शुक्ला, उन्नाव से अखिलेश शुक्ला, चन्दौली से शशिकान्त मौर्या और नारद यादव, इलाहाबाद से हरितोष मिश्रा, कानपुर से संजय शर्मा, औरैया से संदीप भदौरिया आदि के नेतृत्व में हजारों याची धरने में शामिल होंगे।

Thursday, 31 March 2016

मुक्त विवि में निदेशकों एवं असिस्टेन्ट प्रोफेसर ने संभाला पदभार


एजुकेशन विजयइलाहाबाद, 31 मार्च । उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय एकेडमिक एक्सीलेंस के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। विश्वविद्यालय मंे दो नए निदेशकों एवं चार असिस्टेंट प्रोफेसर ने गुरूवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया है। विज्ञान विद्याशाखा में डा. आशुतोष कुमार गुप्ता एवं मानविकी विद्याशाखा में डा. आरपीएस यादव ने निदेशक पद पर कार्यभार ग्रहण कर लिया है।उक्त जानकारी डा.प्रभात चन्द्र मिश्र ने देते हुए बताया है कि इसी प्रकार पत्रकारिता एवं जनसंचार में असिस्टेन्ट प्रोफेसर के पद पर चयनित डा. साधना श्रीवास्तव, कम्प्यूटर एवं सूचना विज्ञान में असिस्टेन्ट प्रोफेसर के पद पर सुश्री मारिसा एवं मनोज कुमार बलवन्त तथा प्राचीन इतिहास में असिस्टेन्ट प्रोफेसर के पद पर डा. सुनील कुमार ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। हाल ही में सम्पन्न चयन प्रक्रिया से विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी कुछ हद तक दूर हुई है। शेष रिक्त पदों पर भी चयन कार्यवाही शीघ्र प्रारम्भ की जाएगी।

ज्वाला देवी के प्रवेश परीक्षा में हुई भारी भीड़

एजुकेशन विजय,  इलाहाबाद, 31 मार्च । प्रो.रज्जू भैया शिक्षा प्रसार समिति द्वारा संचालित सिविल लाइंस स्थित ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज में प्रवेश प्रक्रिया गुरूवार से प्रारम्भ हो गयी, प्रवेश के लिए दिन भर भारी भीड़ जुटी रही।विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रदीप कुूमार त्रिपाठी ने बताया कि सत्र 2016-17 के विभिन्न कक्षाओं की प्रवेश प्रक्रिया में लगभग 960 परीक्षार्थीयों ने 280 रिक्त सीटों हेतु परीक्षा दी। प्रवेश परीक्षा का परिणाम सात अप्रैल को घोषित किया जायेगा तथा प्रवेश की अन्तिम तिथि 16 अप्रैल तक है। विद्यालय का नवीन शैक्षिक सत्र 5 अप्रैल मंगलवार से प्रारम्भ हो जायेगा। अंत में श्री त्रिपाठी ने बताया कि एकादश में नवीन प्रवेश हेतु प्रवेश आवेदन पत्र विद्यालय कार्यलाय से प्रातः 9 बजे से सांय चार बजे के बीच प्राप्त किये जा सकते है।

ज्वाला देवी में परीक्षाफल वितरण एवं प्रतिभा अलंकरण समारोह सम्पन्न

एजुकेशन विजयइलाहाबाद, 30 मार्च। प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) शिक्षा प्रसार समिति द्वारा संचालित ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कालेज में बुधवार को विद्यालय का वार्षिक परीक्षाफल वितरण एवं प्रतिभा सम्मान समारोह परिसर में विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के मध्य सम्पन्न हुआ। जिसमें विद्यालय को गौरवान्वित करने वाले विद्यार्थियों को भी पुरस्कृत किया गया।कार्यक्रम का प्रारम्भ अतिथि स्वागत से हुआ तत्पश्चात माॅ सरस्वती के सम्मुख दीपार्चन एवं पुष्पार्चन के साथ वन्दना हुई। अतिथियों का परिचय विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने कराया साथ ही कार्यक्रम की प्रास्ताविकी भी प्रस्तुत की। इस अवसर पर सर्वोच्च अंक में कक्षा नौ के आयुष मौर्य, 94.83 प्रतिशत तथा सर्वाधिक अंक जूनियर वर्ग में कक्षा आठ के प्रवीण कुमार सिंह 92.05 प्रतिशत एवं सर्वाधिक अंक एकादश आशुतोष यादव एकादश 88.7 प्रतिशत और इसके अलावा विद्यालय के भैयाओ द्वारा राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय स्तर पर अर्जित उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया।उक्त जानकारी विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रदीप कुमार त्रिपाठी ने देते हुए बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में डा.मीरा दीक्षित, विभागाध्यक्षा हिन्दी इविवि रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता चिन्तामणि सिंह, प्रदेश निरीक्षक, भारतीय शिक्षा समिति पूर्वी उ.प्र ने किया। पुरस्कार वितरण की परम्परा में एक पत्रिका का विमोचन करते हुए मुख्य अतिथि ने कहा कि पुरस्कार किसी व्यक्ति के जीवन में उत्साह एवं गति प्रदान करते है यदि इसकी शुरुआत छात्र जीवन से ही हो जाये तो निश्चित रुप से उसे नित नये कीर्तिमान स्थापित करने से कोई रोक नही सकता, जिसके लिए सम्बन्धित संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। चिन्तामणि सिंह ने कहा की विद्यालय ने अपने गौरवमय परम्परा में एक कड़ी और जोड़ा जिससे इसकी महत्ता महानगर में नही अपितु विद्या भारती के विद्यालयो में भी बढ़ी है। इसमें विद्यालय के समस्त आचार्य एवं कर्मचारियो का योगदान है।

Wednesday, 30 March 2016

तीन दिवसीय कार्यक्रम यूरेका-2016 का आयोजन बुधवार से

एजुकेशन विजय , इलाहाबाद,29मार्च। शंभूनाथ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशन्स के बैनर तले तीन दिवसीय टेक्नो कल्चरल फेस्टिवल यूरेका-2016 का आयोजन इंस्टीट्यूट के प्रांगण में आयोजित किया गया है। कार्यक्रम के तहत यूरेका-2016 सिमफेस्ट तथा सिप्सा का भव्य आयोजन किया जायेगा। विगत दस वर्षाें में शंभूनाथ इंस्टीट्यूट आफ फार्मेसी ने फार्मेसी के क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किये हैं। उक्त जानकारी आज मंगलवार को पत्रकारों से संस्था के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी प्रो.आर.के.सिंह ने दी।श्री सिंह ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रदेश भर के 50 से अधिक कालेजों के विद्यार्थी, 150 से अधिक तकनीकी व गैर तकनीकी प्रतियोगिताओं में भाग लेंगे।इसमें आटोकैड, टेक बज, सर्किट मीनिया, मशीन हंट, कोडिंग, एथिकल, हैकिंग, डेटाबेस डिजाइनिंग, काउंटर स्ट्राइक, जल-ए-कोफा, वाटर राकेटरी, ड्रोन मेक मीनिया, सर्वे हन्टिंग, ब्रिज डिजाइनिंग, स्मार्ट सिटी माईवे, सर्किट डिजाइनिंग, रोबो वार आदि प्रमुख रूप से सम्मिलित हैं। विजेता प्रतियोगियों के लिए बारह लाख रूपये के नगद पुरस्कार रखे गये हैं। प्रत्येक दिवस के अंत में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायेंगे। श्री सिंह ने बताया कि 30 मार्च को सायं 6-10 बजे विभिन्न कालेजों के विद्यार्थियों द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये जायंेगे, 31 मार्च को बैण्डवार, प्रतियोगिता, मैजिक शो व दिल्ली तथा मुम्बई के कलाकारों द्वारा राॅक बैण्ड शो होगा। एक अप्रैल को मशहूर रैपर व गायक बादशाह की रंगारंग प्रस्तुतियां होगी। प्रेसवार्ता के दौरान शंभूनाथ ग्रुप आफ इंस्टीट्यूट के सचिव डा.के.के.तिवारी, प्रोग्राम कोआर्डिनेटर प्रो.नमीर अल हसन, प्रोग्राम कोआर्डिनेटर प्रो.आशुतोष श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

चिन्तन की व्यापकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता - प्रोजनक

एजुकेशन विजय ,इलाहाबाद, 29 मार्च। आज चिंतन की व्यापकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। व्यावहारिक नीतिशास्त्र देशकाल के अनुसार चिंतन की दिशाओं और आयामों को व्यापक बनाने का कार्य कर सकता है, इसकी सार्थकता इसी में है। आज व्यावहारिक नीतिशास्त्र को अपनी समीक्षात्मक दृष्टि समाज के उन स्वार्थी तत्वों पर भी रखनी है जो चिन्तन की व्यावहारिकता को सीमित करना चाहते हैं। उक्त विचार उ.प्र राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय की मानविकी विद्याशाखा के तत्वावधान में आयोजित व्यावहारिक नीतिशास्त्र महत्व एवं चुनौतियां विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय, पटना के पूर्व कुलपति प्रो.जनक पाण्डेय ने व्यक्त किया।उन्होंने कहा कि परिवर्तन का बौद्धिक आधार निर्धारित करने में व्यावहारिक नीतिशास्त्र की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने व्यावहारिक नीतिशास्त्र के अन्तर्गत बायोएथिक्स, उपभोक्ता संरक्षण, सामाजिक समानता एवं मानवतावादी दृष्टिकोण आदि विभिन्न आयामों पर गंभीर चिंतन किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। विशिष्ट अतिथि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग के पूर्व आचार्य प्रो. एस.के सेठ ने कहा कि दर्शनशास्त्र हमें जीवन का लक्ष्य देता है। दर्शनशास्त्र ज्ञान की एक ऐसी शाखा है जो संसार की वस्तुओं के विषय में दृष्टिकोण की खोज, चिन्तन और उसकी तार्किक समीक्षा करता है। कहा कि दर्शन शास्त्र के चिन्तन के आयाम तथ्यात्मक रूप से जो ज्ञान पहले से हमारे सामने उपस्थित रहता है उसके विषय में उचितानुचित विवेक को उद्घाटित करना और सत्य की खोज करना, इनसे सम्बनित मानदण्डांे की खोज करना है।संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एम.पी दुबे ने कहा कि किसी वस्तु की प्रकृति को जानने का प्रयास ही दर्शन है। नैतिकता केवल सिद्धान्त में ही नहीं वरन व्यवहार मंे भी अच्छी हो सकती है, इसके लिए चिंतन के आयामों को मजबूत करना होता है। कहा कि इच्छा मृत्यु, भू्रण हत्या, गर्भपात, पर्यावरण संरक्षण, विवाह पूर्व संबंध, मृत्युदण्ड, शरणार्थी, राजनीतिक हिंसा आदि कई ऐसे विषय हैं, जिन पर व्यावहारिक नीतिशास्त्र के अन्तर्गत विचार विमर्श किए जाने की आवश्यकता है। अतिथियांे का स्वागत संयोजक डा. आरपीएस यादव ने एवं सेमिनार की विषयवस्तु आयोजन सचिव डा.अतुल कुमार मिश्र ने प्रस्तुत की। सरस्वती वंदना डा.जया मिश्रा ने तथा संचालन डा.स्मिता अग्रवाल ने व धन्यवाद ज्ञापन पुस्तकालयाध्यक्ष डा.टीएन दूबे ने किया। समापन सत्र के मुख्य अतिथि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो.जटाशंकर त्रिपाठी एवं विशिष्ट अतिथि महानिरीक्षक निबन्धन प्रदीप कुमार तिवारी ने व्यावहारिक नीतिशास्त्र की उपयोगिता पर विचार व्यक्त किये।

Friday, 18 March 2016

दो दिवसीय विज्ञान मेला में बाल छात्रों की दिखेगी प्रतिभा


एजुकेशन विजय,इलाहाबाद,18मार्च। जिला विज्ञान परिषद ने दिल्ली पब्लिक स्कूल के सहयोग से दो दिवसीय विज्ञान मेले का आयोजन विद्यालय के प्रांगण में 19 और 20मार्च को आयोजित किया है। उक्त जानकारी आज यहां विद्यालय की प्राचार्या डा.सुजाता सिंह ने पत्रकारों से एक वार्ता करते हुए दी। श्रीमती सिंह ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पाठ्यक्रम के अतिरिक्त निरंतर बढ़ते हुए वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करना है।जैसा कि हमारे भूतपूर्व राष्ट्रपति स्व.कलाम ने कहा है कि अन्वेषण तभी संभव होगा जब हममें कुछ सीखने की इच्छा हो।श्रीमती सिंह ने बताया कि विज्ञान मेले के लिए सभी विद्यालयों को आमंत्रित किया गया है चाहे वे किसी भी बोर्ड के हों। प्रतियोगिता का उद्घाटन सीडीओ अटल राय करेंगे। श्रीमती सिंह ने बताया कि विज्ञान मेले में कक्षा एक से 11 तक के छात्र अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। जिसमें माॅडल डिस्पले, पोस्टर मेकिंग, क्विज कान्टेस्ट आदि आयोजित किये जायेंगे। इसके पश्चात नवाचार से वैज्ञानिक विकास पर अध्यापकगण अपने विचार व्यक्त करेंगे। पत्रकार वार्ता में उप प्रधानाचार्या श्रीमती रचना दूबे, अध्यक्षा श्रीमती सोनू सिंह, समन्वयक जिला विज्ञान परिषद एस.के.सिंह, ऋषि श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

सूचना व सुरक्षा की जानकारी को एमएनएनआईटी में कार्यशाला

एजुकेशन विजय, इलाहाबाद, 17 मार्च। विद्यार्थी, शोधकर्ता, प्रवक्ता एवं अध्यापको में सूचना एवं सुरक्षा की जानकारी एवं जागरूकता हेतु ज्ञान प्रदान करने के उद्देश्य से मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट आफ टेक्नालाजी के कम्प्यूटर साइंस एवं इन्जीनियरिंग विभाग द्वारा 17 से 21 मार्च तक ‘इन्फार्मेशन सिक्योरिटी एण्ड रिसर्च ईश्यू एण्ड चैलेन्जेज‘ विषय पर एक सप्ताह का कार्यशाला आयोजन किया जा रहा है।

इविवि में होली का जुलूस निकालने पर प्रतिबंध

एजुकेशन विजय, इलाहाबाद, 17 मार्च। जनसम्पर्क अधिकारी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने बताया है कि प्रशासन, जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं छात्रावासों के अधीक्षकों की सम्पन्न हुई बैठक में छात्रावासों के अंतःवासीयों द्वारा डीजे के साथ छात्रावास परिसर के बाहर होली का जुलूस निकालना पूर्णतः प्रतिबन्धित करने का निर्णय लिया है।यह निर्णय विश्वविद्यालय परिसर में हो रही परीक्षाओं तथा परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले परीक्षार्थियों के हो रहे व्यवधान के कारण लिया गया है। इसके उपरान्त यदि किसी के द्वारा डीजे को छात्रावास में बुुलाया जाता है तो डीजे के मालिक तथा बुलाने वाले छात्र- छात्राओं पर नियमानुसार कार्यवाही की जायेगी। छात्र-छात्राओं के अपने छात्रावास परिसर में बिना डीजे के होली पर्व मनाने की पूर्ण रूप से छूट प्रदान की गई है।

Thursday, 10 March 2016

इविवि में गलत नियुक्तियों व तानाशाही रवैये पर छात्रों ने जताया विरोध

एजुकेशन विजय, इलाहाबाद, 09 मार्च। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं तानाशाही रवैये के खिलाफ छात्रनेता सनत मिश्रा के नेतृत्व में सैकड़ों छात्रों ने आक्रोश जताया और हाल में रही गलत नियुक्तियों तथा भ्रष्टाचार को दिये जा रहे संरक्षण एवं अलोकतांत्रिक निर्णयों से क्षुब्ध छात्रों ने कुलपति का घेराव कर प्रदर्शन किया।इस अवसर पर सनत मिश्रा ने कहा कि बिना अनुमति के प्रदर्शन पर रोक लगाना व गैर शैक्षणिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाना अलोकतांत्रिक व तानाशाही पूर्ण कदम है।कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपी प्रो. बीएन सिंह को पुनः प्रवेश निदेशक बनाना कुलपति के भ्रष्टाचारी होने को प्रमाणित करता है। छात्राओं से छेड़खानी, दलित उत्पीड़न के आरोपी अमित सिंह को ओएसडी बनाना शर्मनाक है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर कुलपति को विवादित लोगों से ही प्रेम क्यों है, जबकि कई योग्य व स्वच्छ छवि के लोग यहां मौजूद हैं। इस दौरान हिमांशु पाण्डेय, अजीत यादव, राहुल चैरसिया, अनुभव उपाध्याय, सूर्य प्रकाश मिश्रा, सूरज, बंटी सिंह, आनन्द सिंह, रूपेश सिंह, कमलेश शर्मा, रजनीश तिवारी, अविनाश सिंह, राजेश शर्मा, दुर्गेश शुक्ला, विनय यादव, अमित श्रीवास्तव, राजेन्द्र कुमार, सौरभ पाण्डेय सहित अन्य कई छात्रगण उपस्थित रहे।