एजुकेशन विजय, रीवा, 01 अप्रैल। अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में परीक्षा व परिणाम की लेटलतीफी को लेकर अधिकारियों की सक्रियता बढ़ती ही जा रही है। गुरुवार को कुलसचिव ने संबंधित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर जल्द से जल्द परीक्षा परिणाम घोषित करने की रणनीति बनाई बल्कि आगामी परीक्षा की तैयारी पर भी चर्चाकी।बैठक में अधिकारियों ने 10 दिनों के भीतर सभी पाठ्यक्रमों के परीक्षा परिणाम घोषित करने का निर्णय लिया।
विश्वविद्यालय द्वारा वैसे तो दिसंबर में आयोजित होने वाले परीक्षा के परिणाम की घोषणा 15 दिन पहले ही शुरू कर दी है। लेकिन अभी एलएलबी के साथ बीएससी व बीकॉम के पहले, तीसरे व पांचवे और बीए के पहले सेमेस्टर सहित अन्य पाठ्यक्रमों के परिणाम घोषित किए जाने हैं।कुलसचिव डॉ. बी भारती के मुताबिक कुछ पाठ्यक्रमों के परिणाम तो तीन से पांच दिन में ही जारी कर दिए जाएंगे।
विश्वविद्यालय प्रशासन से एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्रों को बड़ी राहत मिली है।आनन-फानन में अधिकारियों ने न केवल एमबीबीएस की मार्च में परीक्षा शुरू की बल्कि गुरुवार को परिणाम भी घोषित कर दिया।अधिकारियों के मुताबिक छात्रों का परिणाम 31 मार्च को घोषित होता तो छात्रों का एक वर्ष बेकार हो जाता है। छात्रों को इंटर्नशिप करने का मौका नहीं मिलता।
विश्वविद्यालय के शोध संचालनालय ने पीएचडी की सीट पर एडवांस बुकिंग के तहत कोर्स वर्क करने के लिए पात्र अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी है।विवि द्वारा जारी दूसरी सूची में 230 अभ्यर्थी शामिल हैं।इनमें से करीब 16 5 अभ्यर्थी ऐसे हैं, जो शपथ पत्र देकर कोर्स वर्क करेंगे और बाद में पीएचडी के लिए गाइड से सहमति लेंगे।
संचालक प्रो. जेपी सिंह के मुताबिक अभ्यर्थी कोर्स वर्क के लिए 10 अप्रैल तक ऑनलाइन फीस जमा कर सकते हैं।इससे पहले उन अभ्यर्थियों को विवि द्वारा तय फॉर्मेट पर शपथ पत्र देना होगा, जिनको गाइड की सहमति नहीं मिली है। शपथपत्र संचालनालय से अप्रूव्ड कराने के बाद ही उन्हें फीस जमा करना होगा।
संचालक प्रो. जेपी सिंह के मुताबिक अभ्यर्थी कोर्स वर्क के लिए 10 अप्रैल तक ऑनलाइन फीस जमा कर सकते हैं।इससे पहले उन अभ्यर्थियों को विवि द्वारा तय फॉर्मेट पर शपथ पत्र देना होगा, जिनको गाइड की सहमति नहीं मिली है। शपथपत्र संचालनालय से अप्रूव्ड कराने के बाद ही उन्हें फीस जमा करना होगा।
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