एजुकेशन विजय, कोरबा 8 अप्रैल। विशेष पिछड़ी जनजातियों की उत्थान एवं शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढाने की दिशा में कलेक्टर पी. दयानंद ने दूरस्थ एवं वनांचल क्षेत्रों के पहाड़ी कोरवा बच्चों को एकलव्य आवासीय विद्यालय छुरी में प्रवेश के लिये सकारात्मक पहल किया है। कलेक्टर की पहल पर जिले के पहाडी कोरवा छात्र बैसाखु राम, रमेश प्राथमिक शाला बगधरीडांड, शंकरलाल प्राथमिक शाला कोरई, दिनेश्वर, सुभाष सिंह प्राथमिक शाला कदमझरिया, कुमार सिंह, सुभाष सिंह सतरेंगा, सोमवार सिंह, सावन कुमार देवपहरी, रितीक चीतापाली, मनोज कुमार उरगा, चमरू सिंह मदनपुर, दशरथ, आनंद राम, पुनम सिंह गढ़उपरोड़ा, सम्पत लाल प्राथमिक शाला जामभाठा, कुमारी सम्पति कोरई, सरबती, दिल कुंवर कदमझरिया, कविता छातासरई, राजकुमारी, झूल बाई, फगनी सतरेंगा, बुधवारी प्राथमिक शाला हरदीमौहा, सावित्री देवपहरी, सुकमतिया प्राथमिक शाला कन्या देवपहरी, सुमन, आरती, भारती, नंदनी प्राथमिक शाला चीतापाली और कुमारी संतोषी ग्राम मदनपुर को एकलब्य में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में कापी पुस्तक,गणवेश देकर एवं मिठाई खिलाकर सम्मान किया जायेगा।शाला प्रवेश उत्सव के साथ एकलव्य में लगभग 30 पहाड़ी कोरवा बच्चों को एक नया शैक्षणिक माहौल मिलेगा वहीं जिले के विभिन्न ग्रामों से आये छात्र-छात्राओं से मिलने-जुलने और नया साथी बनाने का अवसर भी मिलेगा। कल तक पहाड़ों के आसपास घने जंगल के बीच माता-पिता के साथ रहते आए कोरवा जनजाति के बच्चों को एकलव्य आवासीय विद्यालय में बेहतर शिक्षा के साथ समय पर नाश्ता, भोजन, खेलने-कूदने का अवसर और मनोरंजन भी उपलब्ध कराया जायेगा।छत्तीसगढ़ शासन द्वारा ग्राम छुरी में एकलव्य आवासीय विद्यालय की स्थापना की गई है। अनुसूचित जनजाति वर्ग के बच्चों के लिए संचालित इस विद्यालय में कक्षा 6 वीं से 12 वीं तक कक्षाएं लगेगी। पिछले शिक्षा सत्र से प्रारंभ एकलव्य आवासीय विद्यालय में वर्तमान में कक्षा 7 वीं 8 वीं एवं कक्षा 9 वीं संचालित है। कलेक्टर पी. दयानंद ने एकलव्य आवासीय विद्यालय में पहाड़ी कोरवा बच्चों को प्रवेश दिलाने एवं अन्य बच्चों के साथ बेहतर शैक्षणिक माहौल प्रदान करने जिले के दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में कोरवा बच्चों को चिन्हित कराया था। उन्होंने एकलव्य में प्रवेश के इच्छुक पहाड़ी कोरवा बच्चों को कक्षा 6 वीं में दाखिला हेतु शिक्षा विभाग को निर्देशित किया था। शिक्षा विभाग द्वारा लगभग 30 पहाड़ी कोरवा बच्चों को एक लव्य में प्रवेश दिलाया जा रहा है। ये सभी दूरस्थ ग्राम कदमझेरिया, जामभांठा, लेमरू, चीतापाली सहित अन्य ग्राम के हैं। एकलव्य आवासीय विद्यालय में पहाड़ी कोरवा छात्र-छात्राओं को प्रवेश के साथ ही शासन की अन्य सुविधाओं का लाभ भी इन्हें मुहैया कराया जायेगा। कलेक्टर पी. दयानंद ने पहाड़ी कोरवा बच्चों को निःशुल्क किताबे, यूनिफार्म के साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा अन्य बच्चों की तरह कोरवा बच्चों के विकास के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है।
कोरवा बच्चों के साथ अभिभावक भी पहुंचे- एकलव्य आवासीय विद्यालय छुरी में पहाड़ी कोरवा 15 छात्र एवं 15 छात्राओं को प्रवेश दिया जा रहा है। चूंकि कोरवा बच्चों का रहन सहन अन्य बच्चों से थोड़ा भिन्न है। इसलिए कोरवा बच्चों को छात्रावास में रहने किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए अधिकारियों को विशेष देखरेख के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। पहले दिन बच्चों को छात्रावास तक पहुंचाने के लिए उनके पालक भी एकलव्य पहुंचे थे।
पहले दिन नाश्ते में मिला पोहा अच्छा लगा- एकलव्य पहुंचे पहाड़ी कोरवा बच्चों एवं उनके पालकों को पहले दिन शुरूआत में नाश्ते के रूप में पोहा दिया गया। आमतौर पर ऐसे खान-पान से दूर पहाड़ी कोरवा बच्चों को नाश्ते में पोहा अच्छा लगा। रात्रि में भोजन भी दिया गया। यहां के प्राचार्य विवेक लांडे ने बताया कि सुबह 8.30 बजे नाश्ता, दोपहर 12.30 बजे भोजन, शाम 4 बजे नाश्ता और शाम 6.30 बजे भोजन दिया जाता है। पहाड़ी कोरवा बच्चे अपरांह 3 बजे पहुंचे इसलिए शुरूआत में उन्हें पोहा नाश्ता के रूप में दी गई।
सावन कुमार सहित कई बच्चों का संवरेगा भविष्य- शहर से लगभग 70 किलोमीटर दूर ग्राम जामभांठा के सावन कुमार के माता-पिता इस दुनिया में नहीं हैं। ग्राम आंछीमार की छात्रा भारती, ग्राम जामभांठा की छात्रा सावित्री के पिता का वर्षों पहले स्वर्गवास हो चुका है। ये सभी विषम परिस्थितियों में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। एकलव्य जैसे आवासीय विद्यालय में प्रवेश इनके भविष्य के लिए एक बड़ा सहारा होगा। यहां दाखिला लेने पहुंची छात्रा सावित्री ने बताया कि पिताजी के मौत के बाद जीवनयापन बहुत ही कठिन हो गया है। एकलव्य में वह अच्छे से पढ़ाई करके आगे बढ़ना चाहती है।
हम तो नहीं पढ़ पाये बच्चे ही पढ़ाई कर लें तो अच्छा रहेगा- पहाड़ी कोरवा छात्र-छात्राओं के साथ पहुंचे उनके पालक भी अपने बच्चों को एकलव्य में पढ़ाई के लिए दाखिला दिए जाने पर खुश हैं। इसके लिए वे जिले के कलेक्टर पी. दयानंद की प्रशंसा करते हुए बताया कि हमने पढ़ाई नहीं किया, लेकिन अपने बच्चों को आगे पढ़ाना चाहते हैं। अपने पुत्र आनंद राम के साथ पहुंचे ग्राम जामभांठा के मौहाराम गुरूवती के पिता सुखीराम, ग्राम कदमझेरिया से पहुंचे छात्र राजकुमार के पिता विफइया राम का कहना था कि एकलव्य में पढ़ाई कराने के साथ ड्रेस, किताब, भोजन भी दिया जायेगा साथ ही टीवी, फिल्म देखने और खेलने के लिए भी समय दिया जायेगा। यह सब निःशुल्क में सरकार कर रही है तो हमें भी अपने बच्चों के सुखद भविष्य के लिए आगे आना होगा।
कोरवा बच्चों के साथ अभिभावक भी पहुंचे- एकलव्य आवासीय विद्यालय छुरी में पहाड़ी कोरवा 15 छात्र एवं 15 छात्राओं को प्रवेश दिया जा रहा है। चूंकि कोरवा बच्चों का रहन सहन अन्य बच्चों से थोड़ा भिन्न है। इसलिए कोरवा बच्चों को छात्रावास में रहने किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए अधिकारियों को विशेष देखरेख के निर्देश कलेक्टर ने दिए हैं। पहले दिन बच्चों को छात्रावास तक पहुंचाने के लिए उनके पालक भी एकलव्य पहुंचे थे।
पहले दिन नाश्ते में मिला पोहा अच्छा लगा- एकलव्य पहुंचे पहाड़ी कोरवा बच्चों एवं उनके पालकों को पहले दिन शुरूआत में नाश्ते के रूप में पोहा दिया गया। आमतौर पर ऐसे खान-पान से दूर पहाड़ी कोरवा बच्चों को नाश्ते में पोहा अच्छा लगा। रात्रि में भोजन भी दिया गया। यहां के प्राचार्य विवेक लांडे ने बताया कि सुबह 8.30 बजे नाश्ता, दोपहर 12.30 बजे भोजन, शाम 4 बजे नाश्ता और शाम 6.30 बजे भोजन दिया जाता है। पहाड़ी कोरवा बच्चे अपरांह 3 बजे पहुंचे इसलिए शुरूआत में उन्हें पोहा नाश्ता के रूप में दी गई।
सावन कुमार सहित कई बच्चों का संवरेगा भविष्य- शहर से लगभग 70 किलोमीटर दूर ग्राम जामभांठा के सावन कुमार के माता-पिता इस दुनिया में नहीं हैं। ग्राम आंछीमार की छात्रा भारती, ग्राम जामभांठा की छात्रा सावित्री के पिता का वर्षों पहले स्वर्गवास हो चुका है। ये सभी विषम परिस्थितियों में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। एकलव्य जैसे आवासीय विद्यालय में प्रवेश इनके भविष्य के लिए एक बड़ा सहारा होगा। यहां दाखिला लेने पहुंची छात्रा सावित्री ने बताया कि पिताजी के मौत के बाद जीवनयापन बहुत ही कठिन हो गया है। एकलव्य में वह अच्छे से पढ़ाई करके आगे बढ़ना चाहती है।
हम तो नहीं पढ़ पाये बच्चे ही पढ़ाई कर लें तो अच्छा रहेगा- पहाड़ी कोरवा छात्र-छात्राओं के साथ पहुंचे उनके पालक भी अपने बच्चों को एकलव्य में पढ़ाई के लिए दाखिला दिए जाने पर खुश हैं। इसके लिए वे जिले के कलेक्टर पी. दयानंद की प्रशंसा करते हुए बताया कि हमने पढ़ाई नहीं किया, लेकिन अपने बच्चों को आगे पढ़ाना चाहते हैं। अपने पुत्र आनंद राम के साथ पहुंचे ग्राम जामभांठा के मौहाराम गुरूवती के पिता सुखीराम, ग्राम कदमझेरिया से पहुंचे छात्र राजकुमार के पिता विफइया राम का कहना था कि एकलव्य में पढ़ाई कराने के साथ ड्रेस, किताब, भोजन भी दिया जायेगा साथ ही टीवी, फिल्म देखने और खेलने के लिए भी समय दिया जायेगा। यह सब निःशुल्क में सरकार कर रही है तो हमें भी अपने बच्चों के सुखद भविष्य के लिए आगे आना होगा।
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