एजुकेशन विजय, अम्बेडकरनगर। आज समाज अंग्रेजियत की तरफ बढ़ रहा है। यह समाज और देश दोनों के लिए घातक है। बच्चांे को शिक्षा के साथ संस्कार देने की प्रबल आवश्यकता है,तभी समाज व देश को आदर्श बनाया जा सकता है। यह बातें जयबजरंग बाल विद्या मन्दिर रामनगर के वार्षिकोत्सव के अवसर पर जन शिक्षा समिति के प्रदेश निरीक्षक राजकुमार सिंह बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि हर अभिभावक को समझने की जरूरत है कि हम अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा एवं संस्कार देकर के हम अच्छे समाज व देश के निर्माण में अहम दें सकें। यह तभी संभव है जब अभिभावक, शिक्षक मिलकर बालों को संस्कार युक्त शिक्षा देने की कोशिश करें।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि क्षेत्राधिकारी आरके सिंह व तहसीलदार रमेश मौर्य ने कहा कि वार्षिक उत्सव विद्यालय की प्रतिभाओं को एकमंच के जरिए प्रतिभा का प्रदर्शन करने का मौका देता है, तथा इसके साथ ही अन्य बच्चों मे भी कुछ नया करने का जज्बा पैदा होता है।
नायब तहसीलदार रानी गरिमा पालीवाल ने कहा कि बेटा/बेटी में कोई फर्क न समझकर हर अभिभावक की जिम्मेदारी है कि अपने पाल्यो को संस्कार युक्त षिक्षा जरूर दें।
कार्यक्रम की शुरूआत बच्चो के ’’देवा श्री गणेष’’ गणेष वन्दना से हुई। छात्राओ ने ’’माँ शारदे के गीत से सरस्वती वन्दना व घर मन्दिर सा’’ स्वागत गीत से कार्यक्रम को गति दी गयी। इसके बाद ’’ पनघट पे नाचे’’ ग्रुप डांस षिक्षा को आगे बढ़ावो षिक्षा प्रसार गीत ’’आई लव माई इण्डिया आदि सांस्कृतिक कार्यक्रमो के जरिए जहां लोगो को वाह-वाही करने पर मजबूर कर दिया तो वही पर फागुन आये रे होली गीत लोगो ने जहां होली का एहसास कराया तो अभिनय गीत हम काले है तो क्या दिलवाले है’’ ने बच्चो ने प्रस्तुतकर दर्षको को तालिया बजाने पर मजबूर कर दिया। अंत में बच्चो द्वारा प्रस्तुत राष्ट्रीय गीत ’’ चुनरी रंग दे ललरिया मेरो’’ गीत ने तो राष्ट्र प्रेम से उत्प्रेत कर दिया।
कार्यक्रम को कार्यक्रम अध्यक्ष जगन्नाथ तिवारी, लालचन्द पाण्डेय, पूर्व जिप सदस्य अजीत यादव, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि बलिराम, भाजपा युवा नेता आनन्द जायसवाल, दषरथ यादव, सपा विधानसभा अध्यक्ष अष्वनी यादव, समेत तमाम लोगो ने सम्बोधित किया।
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