नवीन कुमार
एजुकेशन विजय, नई दिल्ली। आज की इस भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में, जहां अभिभावकों के पास अपने बच्चों के लिए समय नहीं है। ऐसे समय में बच्चों की जरूरत हैं ऐसे शिक्षक की, जो सिर्फ शिक्षक न होकर एक अभिभावक की भी भूमिका निभाएं। शिक्षक ऐसा हो जो सलाहकार हो, मददगार हो, प्रोत्साहन देने वाला हो और उनका आत्मविश्वास बढ़ाकर उनको पंख दे सके जिससे उनके सपनों की उड़ान कभी अधूरी न रहे। दिल्ली स्थित मुखर्जी नगर की आसमा एकेडमी में आपको ऐसे ही बेहतरीन शिक्षक मिलेंगे। उनकी जानकारी आप तक पहुंचाने के लिए एजुकेशन विजय पहुंचा इस संस्थान तक और बात की इसके संस्थापक लक्की नारंग जी से।
बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि संस्था की शुरूआत 2002 में 7 बच्चों के साथ हुई थी और यहां आज करीब 200 बच्चे अध्ययनरत हैं। हालांकि शुरूआती दिनों में संस्था के सामने बहुत सी परेशानियां आईं लेकिन उन परेशानियों से लड़ते हुए संस्था ने अपने आप को स्थापित किया। आज संस्था में ऐसे अनुभवी शिक्षक हैं जो कि सिर्फ शिक्षक न होकर एक सलाहकार की भी भूमिका निभाते हैं।
नारंग जी ने कहा कि संस्था बच्चों की योग्यता और उनकी क्षमता के अनुसार उन्हें उनके उज्जवल भविष्य के लिए सलाह देती है और बच्चों को कम फीस में बेहतर ज्ञान देने की कोशिश करती हैं। उन्होंने कहा कि संस्था में ज्यादातर बच्चे सरकारी स्कूलों से है और हम कई बच्चों को बिना फीस के भी पढ़ाते हैं।
उन्होंने कहा कि यहां पढ़ाई के लिए समय की कोई पाबंदी नहीं है वह अपने समय के अनुसार यहां पढ़ सकते हैं और शिक्षक भी पढ़ाने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं हर रविवार बच्चों के लिए यहां टेस्ट रखा जाता है, जिसमें अच्छे नम्बर लाने वाले बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार भी दिया जाता है। संस्था की तरफ से बच्चों को स्टेशनरी भी दी जाती है।
अंत में आज शिक्षा सुधार पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में अच्छे शिक्षकों की भारी कमी है, इसकी पूर्ति के लिए और शिक्षा में सुधार लाने के लिए सरकार को कुछ दूरगामी योजना बनाने की आवश्यकता है।
0 comments:
Post a Comment